नई दिल्ली :- पूर्वी जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने एक अंतरराज्यीय ड्रग तस्कर को गिरफ्तार कर 18 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाला गांजा बरामद किया है.
आरोपी यूपी के बदायूं जिले का रहने वाला है, जो ई-रिक्शा चलाकर अपना गुजारा करता था. पुलिस की मानें तो आर्थिक तंगी और अशिक्षा ने उसे गांजा तस्करी की ओर धकेला और आरोपी ओडिशा से गांजा लाकर दिल्ली में सप्लाई करने आया था, जिसे गाजीपुर में गिरफ्तार किया गया.
गाजीपुर पेपर मार्केट के पास दबोचा गया आरोपी
जिला पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में ऑपरेशन शाखा के एसीपी पवन कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर जितेंद्र मालिक की देखरेख में स्पेशल स्टाफ की टीम लगातार नशे के सौदागरों पर शिकंजा कस रही है.
27 जून को गुप्त सूचना के आधार पर एसआई विकास, एएसआई महेश, हेड कांस्टेबल हेमंत, नरेश व शैलेंद्र ने गाजीपुर पेपर मार्केट स्थित प्लॉट नंबर 458 के पास जाल बिछाया। वहां एक संदिग्ध युवक हीरो एक्सट्रीम बाइक के साथ आता दिखा. उसके पास मौजूद नीले रंग के प्लास्टिक पैक को खोलकर जांच की गई तो उसमें 18 किलो गांजा मिला.
ओडिशा से लाता था गांजा, दिल्ली में करता था सप्लाई
पूछताछ में आरोपी की पहचान इंतजार (35) के रूप में हुई, जो उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के अल्लापुर भोगी गांव का निवासी है. आरोपी ने खुलासा किया कि वह ओडिशा से गांजा लाकर दिल्ली में बेचने आया था. वह पहले भी इसी तरह सप्लाई कर चुका है.फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर सप्लाई चेन के अन्य लिंक तलाशने में जुटी है
आर्थिक तंगी और अशिक्षा ने बनाया तस्कर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी इंतजार निरक्षर है और दिल्ली में ई-रिक्शा चलाकर परिवार पालता था. आर्थिक तंगी ने उसे इस रास्ते पर ला खड़ा किया. उसे ड्रग तस्करों ने मोटी कमाई का लालच देकर अपने नेटवर्क में शामिल किया। इंतजार ने माना कि गरीबी और सीमित रोजगार विकल्पों के कारण वह आसानी से इनके झांसे में आ गया.
NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज, आगे की जांच जारी
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ थाना गाजीपुर में एनडीपीएस एक्ट की धाराओं 20 और 25 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। यह गिरफ्तारी जिले में नशा विरोधी अभियान की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है.