नई दिल्ली :- यमुनापार के शाहदरा जिला स्थित दिलशाद गार्डन इलाके में उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया.
जब ज़ीटीबी अस्पताल और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज (यूसीएमएस) जीटीबी मेडिकल कॉलेज को ईमेल के जरिए बम रखने की धमकी दी गई.
सूचना मिलते ही पूरा अस्पताल और कॉलेज प्रशासन सतर्क हो गया. चूंकि यह जगह दिल्ली के सबसे व्यस्त और संवेदनशील स्वास्थ्य संस्थानों में से एक है, इसलिए तुरंत स्थिति को गंभीरता से लिया गया.
डीसीपी शाहदरा प्रशांत गौतम ने बताया कि सुबह करीब 11 बजे अस्पताल प्रबंधन को एक ईमेल प्राप्त हुआ जिसमें मेडिकल कॉलेज परिसर में बम होने की बात कही गई थी.
इस पर तुरंत पुलिस और प्रशासन ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत कार्रवाई शुरू की. बिना किसी अफरा-तफरी या शोर-शराबे के अस्पताल और कॉलेज को व्यवस्थित ढंग से खाली कराया गया.
इसके बाद बम निरोधक दस्ता (बीडीएस) और डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाया गया. सुरक्षा टीम ने अस्पताल और कॉलेज परिसर के हर कोने-कोने की गहन तलाशी ली. करीब ढाई घंटे तक चलाए गए इस तलाशी अभियान में किसी तरह का विस्फोटक पदार्थ नहीं मिला. दोपहर करीब 1:30 बजे बीडीएस टीम ने परिसर को पूरी तरह सुरक्षित घोषित कर दिया.
डीसीपी प्रशांत गौतम ने कहा कि प्राथमिक जांच में यह मामला शरारतपूर्ण ईमेल का प्रतीत होता है. बम की सूचना पूरी तरह झूठी निकली. हालांकि, पुलिस ईमेल भेजने वाले की पहचान और उसके पीछे की मंशा का पता लगाने के लिए साइबर सेल की मदद से जांच कर रही है.
इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा तंत्र की सतर्कता और तत्परता को साबित किया. पुलिस का कहना है कि इस तरह की झूठी सूचनाओं पर भी हल्के में नहीं लिया जा सकता क्योंकि ये न केवल संसाधनों को व्यस्त करती हैं बल्कि अस्पताल जैसे संवेदनशील संस्थान में दहशत भी फैला सकती हैं. वहीं, स्थानीय लोगों और मरीजों ने राहत की सांस ली कि यह सूचना केवल अफवाह साबित हुई.