नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार इलाके में गुफावाले मंदिर के पास मिले अज्ञात शव के मामले में दिल्ली पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए एक कैब ड्राइवर को गिरफ्तार किया है.
पूर्वी दिल्ली के डीसीपी अभिषेक धानिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान कपिल कुमार के तौर पर हुई है. डीसीपी नें बताया की 23 जून को प्रीत विहार के गुफा वाले मंदिर के पुजारी ने मंदिर के पास एक युवक के अचेत अवस्था में पड़े होने की सूचना पुलिस को दी.
सूचना मिलते ही थाना प्रीत विहार के निरीक्षक अमरजीत राणा के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची, जहां लगभग 30-32 वर्ष के युवक का शव खून से लथपथ हालत में मिला.
उसके सिर, हाथ और पैरों पर गहरी चोटें थीं, नाक और मुंह से खून बह रहा था. एम्बुलेंस स्टाफ ने उसे मौके पर ही मृत घोषित कर दिया.
मृतक की पहचान और मामला दर्ज
मौके से एक मोबाइल फोन बरामद हुआ जो लॉक था, जिससे पहचान मुश्किल हो रही थी. टीम की कोशिशों से मृतक की पहचान गाजियाबाद के शालीमार गार्डन निवासी रोहन कुमार (28 वर्ष) के रूप में हुई.
वह पूर्वी दिल्ली नगर निगम के तहत गौतमपुरी वार्ड संख्या 5 में अनुबंधित पर्यवेक्षक के तौर पर कार्यरत था. उसी दिन सुबह ड्यूटी के लिए निकला था लेकिन वापस नहीं लौटा.
थाना प्रीत विहार में इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई.
जांच और टीमें
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसीपी प्रीत विहार तिलक चंद बिष्ट के पर्यवेक्षण में निरीक्षक अमरजीत राणा के नेतृत्व में विशेष जांच टीमें गठित की गईं.
टीम में एसआई माया शंकर, एसआई शिवम शर्मा, एचसी दलवीर, एचसी राम सिंह, एचसी कुुलदीप, एचसी लोकेन्द्र, कांस्टेबल चेतन व वैभव को शामिल किया गया.
टीम ने लोनी (गाजियाबाद) से लेकर शव मिलने की जगह तक के रूट के लगभग 150 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. जिसमें एक संदिग्ध गाड़ी का आंशिक नंबर प्लेट दिखा, जिससे जांच की दिशा मिली. एआई टूल्स और डंप डेटा विश्लेषण से पता चला कि यह गाड़ी Pallia Green Logistics Pvt. Ltd., गुरुग्राम की है.
आरोपी की गिरफ्तारी
कंपनी से पूछताछ के बाद संदिग्ध कैब ड्राइवर कपिल कुमार की पहचान हो गयी. जो शाहदरा मेट्रो स्टेशन के पास गाड़ी छोड़कर गायब हो गया था.
उसने ट्रेसिंग से बचने के लिए फोन भी बंद कर दिया था. तकनीकी निगरानी से टीम उसे शास्त्री पार्क, गौतमपुरी इलाके में ट्रैक करने में सफल रही और वहीं से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में हुआ खुलासा
पूछताछ में आरोपी कपिल कुमार (31 वर्ष) ने बताया कि वह एक कैब चला रहा था, उसी दौरान सड़क पार कर रहे रोहन कुमार को अनजाने में टक्कर मार दी.
घबराकर उसने घायल को कार में डाल लिया और बिना किसी मदद के चलता रहा. रास्ते में ही रोहन की मौत हो गई. डर के कारण कपिल ने शव को गुफावाले मंदिर के पास फेंक दिया और कार की मरम्मत करवा ली. पुलिस ने कार को जप्त कर लिया है
आरोपी का प्रोफाइल
कपिल कुमार, उम्र 31 वर्ष, दसवीं पास, शास्त्री पार्क के गौतमपुरी इलाके में अपनी वृद्ध मां और दो छोटे भाइयों के साथ रहता है.पिछले एक वर्ष से वह Pallia Green Logistics में कैब ड्राइवर के रूप में कार्यरत था.
आगे की जांच जारी
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं यह दुर्घटना के नाम पर कोई सोची-समझी साजिश तो नहीं. आरोपी के कॉल डिटेल्स, लोकेशन डेटा और पीड़ित के मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच की जा रही है.