नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित सिग्नेचर ब्रिज को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमा गई है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इस पुल का नाम बदलकर पूर्व मुख्यमंत्री स्व. साहिब सिंह वर्मा के नाम पर रखने की मांग की है..
सांसद तिवारी ने कहा कि साहिब सिंह वर्मा जी न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरे एनसीआर के लोगों के दिलों में आज भी बसते हैं। उन्होंने बड़े से बड़ा पद सँभालते हुए भी आम जनता से जुड़ाव कभी नहीं छोड़ा.
मनोज तिवारी ने कहा कि “देश और दिल्ली का अनोखा और सुंदर पुल – सिग्नेचर ब्रिज – भी कहीं न कहीं साहिब सिंह वर्मा जी की ही सोच और योजना का परिणाम है.
उन्होंने बताया कि “इस पुल के लिए जो बजट आवंटित हुआ था, उसे पूर्ववर्ती सरकारों ने 11 वर्षों तक रोके रखा. लेकिन जब 2014 में मैं सांसद बना और नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने, तब हमने इस परियोजना को गति दी और इसे पूरा करवाया.
उन्होंने कहा कि आज जब यह भव्य ब्रिज लाखों लोगों की सहूलियत का जरिया बन चुका है, तो यह उचित होगा कि इसका नाम एक ऐसे जनप्रिय नेता के नाम पर रखा जाए,
जिन्होंने ज़मीनी स्तर से उठकर जनसेवा की मिसाल कायम की.
तिवारी ने यह भी जोड़ा कि.हमारी सरकार में यह प्रस्ताव पारित होकर रहेगा और साहिब सिंह वर्मा जी को यह सच्ची श्रद्धांजलि दी जाएगी.
गौरतलब है कि सिग्नेचर ब्रिज यमुना नदी पर बना एक महत्वपूर्ण ब्रिज है, जो उत्तर और उत्तर-पूर्वी दिल्ली को जोड़ता है. इसे दिल्ली की ‘आइकॉनिक स्ट्रक्चर’ के रूप में देखा जाता है. अब देखना होगा कि सरकार इस प्रस्ताव पर क्या रुख अपनाती है.
फिलहाल भाजपा इस मांग को लेकर मुखर दिखाई दे रही है और पार्टी इसे जनभावनाओं से जुड़ा विषय बता रही है. इससे लगता है की भाजपा नें सिग्नेचर ब्रिज का नाम पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के नाम रखने का मन बना लिया है.