नई दिल्ली :- राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित कमानी ऑडिटोरियम में पेटल्स प्रीस्कूल एंड डेकेयर तथा पेटल्स वर्ल्ड स्कूल द्वारा दो दिवसीय भव्य वार्षिक उत्सव और प्रदर्शनी का सफल आयोजन किया गया, जिसमें देशभर की 20 से अधिक शाखाओं से आए 1200 से ज्यादा नन्हे बच्चों ने हिस्सा लिया. मंच पर बच्चों ने भारत की संस्कृति, इतिहास, परंपराओं और आधुनिक उपलब्धियों को अपनी भाषा, अपनी शैली और अपनी मासूम अदाओं के साथ इस तरह से प्रस्तुत किया कि पूरा सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गुंजायमान होता रहा.
इस वर्ष समारोह की थीम — Bharat Ki Kahaani, Bachchon Ki Zubani — ने कार्यक्रम को एक अनोखी पहचान दी. बच्चों ने कभी लोकगीतों पर नृत्य कर भारत की मिट्टी की खुशबू फैलाई, तो कभी आधुनिक उपलब्धियों की झलक दिखाकर भविष्य की नई तस्वीर पेश की. छोटे-छोटे कलाकारों ने भारत की विविधता, त्योहारों, स्वतंत्रता संग्राम से लेकर विज्ञान, अंतरिक्ष, तकनीक और खेल उपलब्धियों तक की कहानी को इतने सहज और रंगीन तरीके से प्रस्तुत किया कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए.
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सांसद हर्ष मल्होत्रा और भाजपा शाहदरा जिला अध्यक्ष दीपक गाबा मौजूद रहे. उन्होंने बच्चों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि पेटल्स संस्थान न सिर्फ बच्चों को मजबूत सांस्कृतिक जड़ें देता है, बल्कि उन्हें 21वीं सदी की नई चुनौतियों और कौशलों के लिए भी तैयार करता है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता और भारतीयता का गर्व विकसित करते हैं। वे मंच पर प्रदर्शन के दौरान बच्चों की ऊर्जा और अनुशासन से खासे प्रभावित दिखे.

कार्यक्रम में डायरेक्टर एवं को-फाउंडर्स प्रीति क्वात्रा और पवन क्वात्रा भी उपस्थित रहे. दोनों ने मंच से अभिभावकों, विद्यार्थियों, शिक्षकों, शाखा प्रमुखों और स्टाफ के प्रति गहरी कृतज्ञता जताई. उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में जिस सामूहिक प्रयास, सृजनशीलता, धैर्य और टीमवर्क के साथ सभी ने मिलकर इस आयोजन को साकार किया, वह पेटल्स संस्थान की शैक्षणिक भावना को दर्शाता है.
उनके अनुसार, शिक्षा सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि आत्म-अभिव्यक्ति, पहचान और मूल्यों को विकसित करने वाली प्रक्रिया है — और यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण कदम है.
शो के दौरान पूरे सभागार में देशभक्ति, उत्साह और भावनाओं का अनूठा संगम देखने को मिला. कई अभिभावक बच्चों के शानदार प्रदर्शन को देखकर भावुक हो उठे. माहौल में भारतीय संस्कृति का गौरव और बच्चों की मासूम प्रतिभा की चमक एक साथ झलक रही थी। एक अभिभावक ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, बच्चों ने जिस आत्मविश्वास के साथ मंच संभाला, वह अविश्वसनीय था. शो एकदम परफेक्ट था और देशभक्ति के क्षणों ने दिल छू लिया. पेटल्स ने वाकई एक शानदार और यादगार कार्यक्रम प्रस्तुत किया है.
दो दिनों तक चले इस भव्य उत्सव ने साबित किया कि पेटल्स केवल शिक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि बच्चों के संपूर्ण विकास, सांस्कृतिक समृद्धि और अनुभव आधारित शिक्षा के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध है. यहां हर गतिविधि, हर प्रस्तुति और हर प्रयास बच्चों को जिम्मेदार, जागरूक और आत्मविश्वासी वैश्विक नागरिक बनाने की दिशा में एक कदम होता है.
कार्यक्रम के अंत में पूरे सभागार में एक ही भावना थी — जब बच्चे अपनी जड़ों को समझते हैं और अपने सपनों को पंख देते हैं, तो वे दुनिया में बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं. पेटल्स संस्थान ने इस संदेश को अपनी पूरी भव्यता और सार्थकता के साथ प्रस्तुत किया.
