नई दिल्ली :-
दिल्ली नगर निगम से रिटायर हुए एक सफाई कर्मचारी का परिवार बीते चार वर्षों से रिटायरमेंट फंड के लिए निगम कार्यालयों के चक्कर काट रहा था. बीमार पति और पोती की गंभीर हालत के चलते परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था, लेकिन शाहदरा साउथ ज़ोन के अधिकारी फाइलों को आगे बढ़ाने में लगातार टालमटोल कर रहे थे.
इन हालातों में जब कोई रास्ता नहीं दिखा, तो रिटायर्ड कर्मचारी की पत्नी शाहदरा साउथ ज़ोन के नवनियुक्त अध्यक्ष रामकिशोर शर्मा के पास पहुंचीं. रामकिशोर शर्मा ने न केवल मामले को गंभीरता से लिया, बल्कि तत्काल अधिकारियों को फटकार लगाते हुए बकाया फंड का एक बड़ा हिस्सा जारी कराया.
रिटायर्ड कर्मचारी की पत्नी ने भावुक होते हुए बताया कि उनके पति बीमार हैं, बड़े अस्पताल में रेफर किया गया है और पोती एक गंभीर बीमारी से जूझ रही है. पैसे की सख्त ज़रूरत थी, लेकिन बार-बार गुहार लगाने के बावजूद निगम अधिकारियों ने सिर्फ बहाने बनाए.
रामकिशोर शर्मा की दखल के बाद ही उन्हें राहत मिली. उन्होंने कहा कि अधिकारी संवेदनहीनता दिखा रहे थे, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.सेवानिवृत्त कर्मचारियों का हक उन्हें समय पर मिलना चाहिए और ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई की जाएगी.
चेहरे पर सुकून और आंखों में आंसुओं के साथ रिटायर्ड कर्मचारी का परिवार अध्यक्ष रामकिशोर शर्मा का बार-बार धन्यवाद करता नजर आया.
शर्मा ने भी भरोसा दिलाया कि निगम से जुड़े किसी भी सेवानिवृत्त कर्मी को न्याय दिलाना उनकी पहली प्राथमिकता है.
राम किशोर शर्मा नें बताया की निगम के कुछ अधिकारी इतने भरस्टाचारी है की कर्मचारियों से भी रिश्वत लेने से गुरेज नहीं करते है. ऐसे ही अधिकारियों की वजह से कर्मचारियों का शोषण होता आ रहा है. उन्होंने सभी अधिकारियों को हिदायत दिया कि शाहदरा जोन में अब भ्रष्टाचार नहीं चलेगा. भ्रष्टाचारी या तो सुधर जाए या जोन छोड़ कर चले जाए. भ्रष्टाचार आप किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.