नई दिल्ली :— केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा मंगलवार को देशव्यापी भारत बंद का आह्वान किया गया था, लेकिन दिल्ली के यमुनापार में इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिला. मधु विहार, विकास मार्ग, कृष्णा नगर, जगतपुरी, पत्थर मार्केट, मंगल बाजार, शाहदरा, और अन्य प्रमुख बाजारों में रोजमर्रा की तरह गतिविधियां सामान्य रहीं. सभी दुकानों के शटर खुले रहे और खरीदारी भी जारी रही है.
कृष्णा नगर मार्केट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जुगल अरोड़ा ने बताया कि उन्हें बंद के समर्थन या विरोध में कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश नहीं मिला और न ही किसी संगठन द्वारा दुकानों को बंद रखने का अनुरोध किया गया. जुगल अरोड़ा नें बताया की कृष्णा नगर सहित यमुना पार के सभी बाजार खुले हुए हैं.
गांधीनगर के रामनगर मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारी संजय जैन डीएल नें बताया कि एशिया के सबसे बड़े कपड़ा मार्केट में सुमार गांधीनगर कपड़ा बाजार पूरी तरीके से खुला हुआ है. उन्होंने कहा कि किसी भी ट्रेड यूनियन भारत बंद को लेकर उनसे कोई संपर्क नहीं किया है.
व्यापारियों का कहना है कि वे पहले से ही महंगाई, टैक्स बोझ और मंदी की मार से परेशान हैं, ऐसे में दुकानें बंद रखना उनके लिए नुकसानदायक होता. उनका कहना था कि सरकार और ट्रेड यूनियनों की आपसी लड़ाई में छोटे व्यापारियों को नुकसान नहीं उठाना चाहिए.
मधु विहार के एक दुकानदार ने कहा, हम रोज कुआं खोदते हैं और रोज पानी पीते हैं, ऐसे में दुकान बंद रखना हमारे लिए मुमकिन नहीं। भारत बंद से किसी को फायदा नहीं होता, उल्टा आम आदमी की तकलीफें और बढ़ती हैं.
पुलिस और प्रशासन ने किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए थे. संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात रही, लेकिन कहीं से किसी भी तरह की अव्यवस्था, प्रदर्शन या बाधा की खबर नहीं मिली.
शांति और सामान्य दिनचर्या के बीच व्यापारियों और ग्राहकों दोनों ने राहत की सांस ली. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भारत बंद का दिल्ली में कोई खास असर नहीं हुआ और जनजीवन पूरी तरह सामान्य बना रहा.