नई दिल्ली/एम.खान:- दिल्ली में छठ महापर्व की तैयारियों के बीच सियासत भी पूरी तरह चरम पर पहुंच गई है. एक ओर दिल्ली सरकार और प्रशासन घाटों पर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने में जुटे हैं, तो दूसरी ओर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर पूर्वांचल विरोधी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कुंडली नहर में पानी रोकने की साजिश रचने की बात कही है.
आप विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि पूर्वांचल विरोधी मानसिकता रखने वाली भाजपा हर साल किसी न किसी बहाने से छठ महापर्व में अड़ंगा डालती रही है. इस बार भी कुंडली नहर में पानी नहीं छोड़ा गया जिससे हजारों श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था आहत हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश सरकार के माध्यम से नहर का पानी रोकने का काम किया ताकि वहां छठ पूजा न हो सके. विधायक का कहना है कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश दोनों जगह भाजपा की सरकार है, इसके बावजूद कुंडली नहर में पानी न छोड़ा जाना साफ तौर पर राजनीतिक द्वेष का परिणाम है.
कुलदीप कुमार ने कहा कि दिल्ली में लाखों पूर्वांचलवासी रहते हैं जो हर साल कुंडली नहर और आसपास के घाटों पर छठ महापर्व मनाते हैं, लेकिन पिछले तीन वर्षों से भाजपा के निर्देश पर उपराज्यपाल कार्यालय ने अनुमति देने में देरी की या रोक लगाई, जिससे श्रद्धालु परेशान होते रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बार भी वही साजिश दोहराई जा रही है ताकि पूर्वांचल समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचे.
वहीं भाजपा की ओर से इस आरोप को बेबुनियाद बताया गया. दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा से जब yamunapaar.com की टीम ने कुंडली नहर में पानी की स्थिति पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि जहां-जहां भी पानी की कमी है,
वहां दिल्ली जल बोर्ड और सिंचाई विभाग के माध्यम से व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व दिल्ली की संस्कृति का हिस्सा है और किसी भी श्रद्धालु को दिक्कत न हो, इसके लिए सभी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
छठ पर्व के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने इस बार यमुना तट, वजीराबाद, आई.पी. एस्टेट, मयूर विहार, सोनिया विहार और नजफगढ़ सहित करीब 1000 से अधिक घाटों पर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा इंतज़ाम करने के निर्देश दिए हैं. वहीं कुंडली नहर पर भी लोगों की भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा योजना तैयार की है.
