एस.के.सिन्हा/एम.खान
नई दिल्ली :-
राजधानी दिल्ली में इस समय कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है. जहां प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं यात्रियों की सेवा में लगे हैं. वहीं पूर्वी दिल्ली के घड़ोली वार्ड की भाजपा निगम पार्षद प्रियंका गौतम कांवड़ियों की सेवा में एक अलग ही मिसाल पेश कर रही हैं.
आमतौर पर मंचों से भाषण देने वाले जनप्रतिनिधियों की छवि से अलग, प्रियंका गौतम इन दिनों कांवड़ शिविर में खुद रोटियां बेलती, पूरियां छोकती और श्रद्धालुओं को भोजन परोसती नज़र आ रही हैं.
दरअसल कोंडली पुल के पास लगाए गए इस शिविर का संचालन स्वयं उनकी संस्था द्वारा किया जा रहा है, जहां प्रतिदिन सैकड़ों कांवड़िए विश्राम करते हैं और नि:शुल्क भोजन, चिकित्सा और जल सेवा का लाभ उठाते हैं. सेवा का यह रूप केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि जनसेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
प्रियंका गौतम ने यह साबित कर दिया है कि जनप्रतिनिधि होना केवल पद धारण करना नहीं, बल्कि जनता की भावनाओं और आस्था के साथ जुड़कर उनके लिए तन-मन से कार्य करना है.
कांवड़ शिविर में हर दिन की शुरुआत वह खुद रसोई में पहुंचकर करती हैं और अन्य सेवाभावियों के साथ मिलकर भोजन तैयार कर श्रद्धालुओं को परोसती हैं.
उनका मानना है कि कांवड़ यात्रा केवल धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि अनुशासन, श्रद्धा और सेवा का प्रतीक है. उन्होंने कहा,
यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे भक्तों की सेवा करने का अवसर मिला। यही सच्ची राजनीति है, जहां हम जनता के सुख-दुख में उनके साथ खड़े रहें.
हालांकि इस शिविर को लेकर राजनीति भी खूब गरमाई स्थानीय विधायक कुलदीप कुमार और पार्षद प्रियंका गौतम के बीच शिविर आयोजन को लेकर तीखी नोकझोंक हुई. कुलदीप कुमार का दावा है कि बीते छह वर्षों से आम आदमी पार्टी की यूथ विंग इस स्थान पर कांवड़ शिविर लगाती रही है.
वहीं प्रियंका गौतम का कहना है कि इस बार प्रशासन ने उनके संगठन को शिविर आयोजन की अनुमति दी है.
मामला दिल्ली पुलिस और प्रशासन तक पहुंचा और अंततः फैसला प्रियंका गौतम के पक्ष में गया. इसके बाद उन्होंने शिविर लगाकर सेवा कार्य शुरू कर दिया, हालांकि आम आदमी पार्टी अब भी अपने दावे पर अड़ी हुई है और उसने इस मामले को अदालत में चुनौती दी है जहां फिलहाल सुनवाई जारी है.
प्रियंका गौतम ने यमुनापार.कॉम बात करते हुए कहा — “मेरे लिए कांवड़ यात्रियों की सेवा करना राजनीति से कहीं ऊपर है मैंने अपने जीवन का उद्देश्य ही सेवा भाव को बनाया है रोटी बेलना और कांवड़ियों को खाना खिलाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है अगर कोई इसे राजनीतिक चश्मे से देखता है तो यह उसकी सोच की सीमा है.
वहीं कांवड़ यात्रा पर निकले कई श्रद्धालु भी प्रियंका गौतम के सेवा भाव की सराहना कर रहे हैं बिजनौर से आए कांवड़ यात्री अनिल कुमार ने कहा — “हमने कई जगह कैंप देखे लेकिन यहां जैसी व्यवस्था और अपनापन कहीं नहीं मिला मैडम खुद आकर सेवा करती हैं यह देखकर दिल से दुआ निकलती है”
एक अन्य यात्री, हरिद्वार से आए राजेश शर्मा ने कहा — “सामान्यतः नेता सिर्फ फीता काटते हैं लेकिन यहां पार्षद रोटी बना रही हैं यह देखकर यकीन हुआ कि सेवा करने वाला दिल बड़ा होता है पद नहीं”
कोंडली पुल के इस कांवड़ शिविर में ना केवल ठहरने और खाने की उत्तम व्यवस्था है बल्कि मेडिकल सहायता, शुद्ध पेयजल, मोबाइल चार्जिंग स्टेशन और पंखे आदि भी लगाए गए हैं जिससे यात्रियों को कोई असुविधा न हो. इसके साथ ही कावड़ियों के मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है.