नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली में कांवड़ यात्रा की तैयारियों के बीच सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता के तहत एनएच 24 पर स्थित कांवड़ शिविर के पास मॉक ड्रिल के जरिए सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल की.स्कूलों में बम की मिल रही फर्जी सूचनाओं के बीच इस मॉक ड्रिल ने एजेंसियों के बीच आपसी तालमेल की परख का काम किया.
दरअसल, एनएच 24 पर बने कांवड़ शिविर के पास एक बस स्टॉप पर लावारिस ब्रीफकेस रखे जाने की सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस, बम स्क्वाड, दमकल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की टीम मौके पर पहुंची. बम डिटेक्शन डिवाइस से जांच की गई, जिसके बाद संदिग्ध बैग को खोला गया तो उसमें केवल कपड़े निकले.
बाद में खुलासा हुआ कि यह पूरी कार्रवाई दिल्ली पुलिस द्वारा पूर्व नियोजित मॉक ड्रिल का हिस्सा थी.मकसद था कांवड़ शिविरों के आसपास किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वय की तैयारी को परखना.
पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस ने यह मॉक ड्रिल एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने और यात्रा के दौरान संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था की हकीकत जानने के लिए आयोजित की थी.
बम की सूचना मिलते ही मात्र कुछ मिनटों में सभी सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंचीं, जिससे पुलिस की तत्परता और तैयारियों की पुष्टि हुई.
स्कूलों में लगातार मिल रही बम की फर्जी सूचनाओं के बीच यह मॉक ड्रिल न केवल एक महत्वपूर्ण अभ्यास साबित हुई बल्कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा के प्रति प्रशासन की गंभीरता को भी दर्शाती है.
कावड़ समिति के लोगों ने भी दिल्ली पुलिस की इस प्रयास की सराहनीय की है उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस बेहतर तरीके से काम कर रही है. कावड़ शिविर की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 24 घंटा तात्पर्य है. इसके साथ ही कावड़ मार्ग पर भी दिल्ली पुलिस की टीम लगातार गैस कर रही है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कावड़ मार्ग में कोई अवरोध न हो इसका पूरा प्रयास कर रही है साथ ही यातायात भी व्यवस्थित तरीके से चले यह भी सुनिश्चित कर रही है.