नई दिल्ली :-
राजधानी दिल्ली में नशे के खिलाफ चल रहे अभियान को बड़ी कामयाबी मिली है अपराध शाखा की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स ने ऑपरेशन चलाकर दो अंतरराज्यीय ड्रग तस्करों को धर दबोचा है. टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को हेरोइन की सप्लाई करते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
डीसीपी क्राइम ब्रांच मुख्यालय संजीव यादव ने बताया कि इस ऑपरेशन का नेतृत्व इंस्पेक्टर शिव कुमार कर रहे थे जबकि इसकी निगरानी एसीपी जोन 2 राजकुमार द्वारा की गई आरोपियों के कब्जे से कुल 1053 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाली हेरोइन बरामद की गई है जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत पांच करोड़ रुपये से अधिक आंकी जा रही है
गिरफ्तारी जीरो पुश्ता रोड स्थित जग प्रवेश चंद्र अस्पताल के पास से की गई जहां दोनों आरोपी एक सफेद मारुति बलेनो कार में सवार होकर हेरोइन की डिलीवरी देने पहुंचे थे पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए कार को भी मौके से जब्त कर लिया
गिरफ्तार तस्करों की पहचान अनस खान निवासी उसैत बरेली और सुधीर कुमार उर्फ ऋतिक निवासी बरेली के रूप में हुई है. अनस पहले लिप्टिस लकड़ी के व्यापार से जुड़ा रहा लेकिन घाटे के कारण नशे के धंधे में उतर गया जबकि सुधीर एक किराना दुकान में हेल्पर का काम करता था.
पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी बरेली के एक बड़े ड्रग सप्लायर अवनीश से हेरोइन मंगवाते थे और दिल्ली एनसीआर में इसकी सप्लाई करते थे.अनस इस नेटवर्क का मुख्य मास्टरमाइंड था जबकि सुधीर लॉजिस्टिक और डिलीवरी संभालता था अनस के कब्जे से 527 ग्राम और सुधीर से 526 ग्राम हेरोइन जब्त की गई है.
पुलिस ने दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
डीसीपी ने बताया कि यह कार्रवाई नशा मुक्त भारत अभियान के तहत की गई है जिससे दिल्ली में सक्रिय एक बड़े ड्रग नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफलता मिली है आगे की जांच जारी है और नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है