नई दिल्ली :- यमुनापार के उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लाखों लोगों को जल्द ही राहत मिलने वाली है. वर्षों से अधर में लटका नंद नगरी फ्लाईओवर अब एक बार फिर तेज़ी से निर्माण की ओर बढ़ चला है. दिल्ली सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने आज सांसद मनोज तिवारी और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट के साथ निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और बताया कि फ्लाईओवर के निर्माण में आ रही सबसे बड़ी रुकावट अब दूर हो चुकी है.
मंत्री वर्मा ने कहा कि इस परियोजना में 27 पेड़ों के कारण निर्माण कार्य रुका हुआ था, क्योंकि कटाई या शिफ्टिंग की अनुमति नहीं मिल पा रही थी. लेकिन अब पर्यावरण विभाग से इजाज़त मिल गई है. उन्होंने कहा एक सप्ताह के भीतर रुका हुआ कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
उन्होंने कहा यह फ्लाईओवर 2024 में ही बनकर तैयार हो जाना चाहिए था, लेकिन पिछली सरकार की उदासीनता के चलते लोग परेशानी झेलते रहे. अब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में रुके हुए विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है.
लोगों को क्या मिलेगा फायदा?
नंद नगरी, भजनपुरा, गोकलपुरी, करावल नगर और सीलमपुर जैसे इलाकों में रोजाना घंटों जाम में फंसे रहने वाले हजारों लोगों को इस फ्लाईओवर के शुरू होते ही बड़ी राहत मिलेगी. मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक दबाव कम होगा और सफर का समय भी घटेगा.
जलभराव से भी मिलेगा छुटकारा
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने जलभराव की समस्या को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि दिल्ली को जलभराव मुक्त बनाने के लिए सरकार मिशन मोड पर काम कर रही है। “हम दिल्ली को ऐसी बनाएंगे कि लोग बारिश से परेशान नहीं, बल्कि उसका आनंद ले सकें,” उन्होंने जोड़ा.
राजनीतिक हमला भी किया
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व मंत्री आतिशी पर निशाना साधते हुए मंत्री ने कहा कि पिछली सरकार को केवल कमीशन की चिंता थी, जनता की नहीं.अब भाजपा सरकार काम में विश्वास रखती है, और उसी दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं.
नजरें उद्घाटन पर
अब जबकि पेड़ों को हटाने की बाधा दूर हो चुकी है, तो उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई के अंत या अगस्त की शुरुआत तक फ्लाईओवर बनकर तैयार हो जाएगा और जनता को समर्पित कर दिया जाएगा.