नई दिल्ली :
भारतीय जनसंघ के संस्थापक व राष्ट्रनायक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 124वीं जयंती के अवसर पर भाजपा शाहदरा ज़िला द्वारा ज़िला अध्यक्ष दीपक मदनलाल गाबा के नेतृत्व में 18 मंडलों में श्रद्धांजलि समारोह एवं भव्य विचार गोष्ठियों का आयोजन किया गया. सभी कार्यक्रमों में डॉ. मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गए.
मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ज़िला अध्यक्ष दीपक मदनलाल गाबा ने कहा कि डॉ. मुखर्जी स्वतंत्र भारत के पहले ऐसे नेता थे जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में अलग संविधान, अलग प्रधान और अलग झंडे के विरोध में आवाज़ उठाई.
उन्होंने “एक देश, एक विधान, एक निशान” का नारा दिया और इसी संघर्ष में 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में श्रीनगर की जेल में उनका निधन हो गया. आज उनके द्वारा लिया गया संकल्प हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पूरा कर दिखाया है. धारा 370 और 35A को समाप्त कर भारत की एकता को सुदृढ़ किया गया.
गाबा ने बताया कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी न केवल भारतीय जनसंघ के संस्थापक थे बल्कि विभाजन के समय अविभाजित बंगाल में हिंदुओं के अधिकारों के लिए मुखर आवाज बने. वे प्रधानमंत्री नेहरू की नीतियों के कटु आलोचक थे और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के प्रबल समर्थक थे.
इस अवसर पर ज़िला प्रवक्ता ऐडवोकेट भारत गौड़ ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का जीवन देश की एकता और अखंडता को समर्पित था। वे देश की प्रत्येक इंच भूमि के लिए संघर्षरत रहेगें.
उनकी जयंती पर हम सबको संकल्प लेना चाहिए कि उनके सपनों के भारत को साकार करने के लिए सदैव कार्यरत रहेंगे.उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी के बिना परमिट जम्मू-कश्मीर प्रवेश करने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया और वहीं हिरासत में उनकी मृत्यु हुई.यह बलिदान देश कभी नहीं भूल सकता.
इस अवसर पर ज़िला प्रभारी डॉ. अनिल गुप्ता, पूर्व ज़िलाध्यक्ष महेंद्र आहूजा, लोकसभा विस्तारक नरेश वशिष्ठ, पूर्व मंत्री सरदार अरविंदर सिंह लवली, ज़िला उपाध्यक्ष एवं गोष्ठी संयोजक सुशील उपाध्याय, विधायकगण ओमप्रकाश शर्मा, अभय वर्मा, संजय गोयल व अनिल गोयल, ज़ोन चेयरमैन रामकिशोर शर्मा, गीता शर्मा, रमेश गुप्ता सहित सभी पार्षद, मंडल अध्यक्षगण, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने भाग लेकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की.