नई दिल्ली :-
दिल्ली नगर निगम के शाहदरा नॉर्थ ज़ोन की टीम ने गुरुवार को गौतम पुरी इलाके में अवैध रूप से बनाए गए एक भवन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. निगम की टीम नें गुरुवार को गली नंबर 9 स्थित एक बिल्डिंग पर पहुंची और ग्राउंड फ्लोर पर बनी तीन दुकानों को सील कर दिया. इसके अलावा सड़क की ओर निकली बालकनी को भी तोड़ दिया गया.
बिल्डिंग में रहने वाली फैज़ा नामक महिला ने निगम की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि न तो कोई पूर्व सूचना दी गई और न ही कोई नोटिस जारी किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान परिवार को घर के अंदर बंद कर दिया गया। फैज़ा के अनुसार, बिल्डिंग की बिजली आपूर्ति भी काट दी गई, जिससे सभी निवासी परेशान हैं.
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह इमारत लगभग चार साल पुरानी है और उन्होंने इसे एक साल पहले पूरी वैध प्रक्रिया से खरीदा है. उनका सवाल है कि अगर निर्माण अवैध था, तो चार साल पहले प्रशासन ने रोक क्यों नहीं लगाई? उन्होंने कहा कि अब जबकि उन्होंने अपनी जीवन भर की जमा पूंजी लगाकर मकान खरीदा है, निगम उसे अवैध बताकर कार्रवाई कर रहा है, जो उनके साथ अन्याय है.
बिल्डिंग में रहने वाले लोगों ने कहा कि इलाके में दर्जनों 5 मंजिला मकान है ऐसे में सिर्फ उनके मकान पर क्यों कार्रवाई की गई.
इस संबंध में क्षेत्र की पार्षद व अस्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई अवैध निर्माण के खिलाफ की गई है और किसी भी व्यक्ति को कानून के विरुद्ध जाकर राहत नहीं दी जा सकती। उन्होंने कहा कि नगर निगम ऐसे सभी निर्माणों पर सख्ती से कार्रवाई करता रहेगा.
इस घटना के बाद इलाके में हलचल मच गई है और प्रभावित परिवार न्याय की गुहार लगा रहे हैं. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी कार्रवाई से पहले सभी दस्तावेजों की जांच हो और उचित प्रक्रिया का पालन किया जाए.