नई दिल्ली : उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में स्थित जग प्रवेश चंद्र अस्पताल में एक महिला मरीज के साथ कथित छेड़छाड़ और फिर उसकी संदिग्ध मौत की घटना ने राजधानी की चिकित्सा व्यवस्था और अस्पतालों की सुरक्षा को कटघरे में खड़ा कर दिया है. इस मामले में स्थानीय विधायक चौधरी जुबेर अहमद ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
चौधरी जुबेर अहमद ने घटना को बताया शर्मनाक
विधायक जुबेर अहमद ने इस घटना को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा कि जिस अस्पताल में लोग इलाज के लिए जाते हैं, अगर वहीं उनकी सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगे तो यह पूरे सिस्टम पर सवालिया निशान है. उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन सरकार (केंद्र, उपराज्यपाल और एमसीडी) होने के बावजूद ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जो चिंताजनक है.
विधायक ने याद दिलाया कि 2013 में निर्भया कांड के बाद यह उम्मीद की गई थी कि दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सख्त इंतजाम होंगे, लेकिन यह घटना दर्शाती है कि अब भी हालात जस के तस हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब यह घटना हुई, तब अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे क्यों बंद थे? सुरक्षाकर्मी कहां थे और उनकी जिम्मेदारी तय क्यों नहीं की जा रही?
सुरक्षा एजेंसी पर कार्रवाई की मांग
उन्होंने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था संभालने वाली एजेंसी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यह लापरवाही किसी भी सूरत में माफ नहीं की जा सकती। उन्होंने दिल्ली सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा कि सरकार अभी तक काम के मोड में आई ही नहीं है और पूरी तरह फेल साबित हो रही है.
चौधरी जुबेर अहमद ने यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले में पुलिस अधिकारियों से बात की है. पुलिस का कहना है कि महिला के साथ छेड़छाड़ की पुष्टि हुई है, लेकिन मौत के कारणों को स्पष्ट करने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
उन्होंने दोषी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था की बहाली तभी मुमकिन है जब ऐसी घटनाओं में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए.