नई दिल्ली :- पेड़ के नीचे पंचायत और चौपाल लगाने की परंपराएं पुरानी है , पुराने जमाने में लोग धूप, गर्मी, बरसात से बचने के लिए पेड़ की छांव में चौपाल और पंचायत लगाया करते थे. दूर दराज के गांव में यह परंपरा आज भी जारी है . लेकिन क्या आप यकीन करेंगे राजधानी दिल्ली में भी पेड़ के नीचे चौपाल लगाई जा रही है.
राजधानी दिल्ली में पेड़ के नीचे चौपाल की शुरुआत सीलमपुर विधानसभा से आम आदमी पार्टी के विधायक चौधरी जुबेर अहमद ने की है.
दरअसल उनके विधायक कार्यालय में एक बड़ा पेड़ है . जिसके नीचे ही विधायक जी का चौपाल लगता है और वह क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुनते हैं। पेड़ के नीचे उन्होंने अपने लिए कुर्सी और मेज तो लगाया ही है. जनसुनवाई में शामिल होने के लिए पहुंचने वाली जनता के लिए भी दर्जनों कुर्सी लगा रखी है. तेज गर्मी से राहत मिले इसके लिए उन्होंने पेड़ पर ही एक पंखा भी लटका दिया है . इस पेड़ के नीचे चौधरी जुबेर अहमद रोजाना 10: बजे से 1 तक क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को सुनते हैं . ऑफिस में एसी लगा होने के बावजूद पेड़ के नीचे चौपाल लगाने के इस तरीके को देखकर लोग हैरान भी है और प्रशंसा भी कर रहे हैं.
हालांकि इस पर चौधरी जुबेर अहमद को कोई हैरानी नहीं होती. उनका कहना है कि हमारे पीढियां पेड़ के छाव में ही पंचायत और चौपाल लगाते आए है . इससे न केवल प्राकृतिक माहौल मिलता है बल्कि हवा भी साफ और स्वच्छ मिलती है . कमरे की क्षमता से ज्यादा लोग यहां एक साथ यहा बैठ सकते हैं. इससे कमरे में चलने वाली एसी और लाइटों से बिजली का भी बचत होता है.
क्षेत्र के लोग भी चौधरी जुबेर अहमद की इस कदम की प्रशंसा कर रहे हैं. लोगो क्या कहना है कि खुले में बैठना उन्हें ज्यादा अच्छा लगता है. कमरे में ज्यादा आदमी होने से घुटन महसूस होती है.