नई दिल्ली/एस.के.सिन्हा/एम.खान:- वीर बाल दिवस के अवसर पर भाजपा शाहदरा जिला की ओर से अटल भवन विज्ञानलोक में एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में दशम गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबज़ादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के अद्वितीय बलिदान को स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया गया. मुगल अत्याचार के सामने झुकने से इंकार कर धर्म और आस्था की रक्षा के लिए दिए गए उनके सर्वोच्च बलिदान को मानव इतिहास की सबसे निर्भीक शहादत बताया गया.
कार्यक्रम में शामिल केंद्रीय राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2021 में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में घोषित कर साहिबज़ादों के बलिदान को राष्ट्रीय और वैश्विक पहचान दिलाई गई. उन्होंने कहा कि यह पहल युवा पीढ़ी को साहस, न्याय, धर्मनिष्ठा और आत्मसम्मान जैसे मूल्यों से जोड़ने का माध्यम बनी है.उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सिख इतिहास और विरासत के संरक्षण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिनमें गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व का भव्य आयोजन, सिख परंपराओं को शिक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जोड़ना और ऐतिहासिक गुरुद्वारों के संरक्षण के प्रयास शामिल हैं.
हर्ष मल्होत्रा ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को प्रधानमंत्री की सबसे संवेदनशील और ऐतिहासिक पहल बताते हुए कहा कि यह परियोजना आस्था और शांति का प्रतीक है. वर्ष 2019 में उद्घाटित इस कॉरिडोर के माध्यम से बिना वीजा भारतीय श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा दरबार साहिब, करतारपुर के दर्शन की सुविधा मिली, जिससे सिख समाज की दशकों पुरानी भावना साकार हुई.
भाजपा शाहदरा जिला अध्यक्ष दीपक गाबा ने कहा कि सिख समुदाय ने हमेशा राष्ट्र की रक्षा और निस्वार्थ सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई है. वीर बाल दिवस साहस, त्याग और राष्ट्रभक्ति के मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा देता है. वहीं भाजपा दिल्ली प्रदेश मंत्री सरदार बलबीर सिंह ने कहा कि यह दिवस आने वाली पीढ़ियों को सत्य और धर्म की रक्षा के लिए प्रेरित करता है और देश की सांस्कृतिक एकता को मजबूत करता है.
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग उपस्थित रहे और प्रसाद के रूप में गर्म दूध का लंगर भी लगाया गया.
