नई दिल्ली /एम.खान :- यमुनापार उत्तर दिल्ली के करावल नगर बस डिपो में रोशनी की समस्या ने स्थानीय लोगों को परेशान कर रखा है. डिपो परिसर में स्ट्रीट लाइटें लंबे समय से बंद हैं, जिससे हर शाम यहां अंधेरा छा जाता है.
बस पकड़ने आने वाले यात्रियों को मोबाइल की रोशनी या सड़क की बाहरी लाइटों के सहारे रास्ता तय करना पड़ता है. रविवार शाम नाराज लोगों ने डिपो परिसर में कैंडल जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और दिल्ली सरकार से जल्द व्यवस्था सुधारने की मांग की.
रविवार शाम करीब सात बजे डिपो परिसर के अंदर स्थानीय निवासियों व यात्रियों ने मोमबत्तियां जलाकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शन में दर्जनों लोग शामिल हुए. लोगों ने बताया कि करावल नगर बस डिपो के मुख्य परिसर में लाइट की सुविधा महीनों से खराब है, लेकिन जिम्मेदार विभाग ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया.
प्रदर्शन में शामिल स्थानीय लोगों ने कहा कि शाम होते ही पूरा डिपो अंधेरे में डूब जाता है, जबकि डिपो के दफ्तर में बिजली रहती है. यात्रियों को बसों में चढ़ने और उतरने में परेशानी होती है, वहीं आसपास के अंधेरे के कारण असामाजिक तत्वों की आवाजाही भी बढ़ जाती है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि खासतौर पर महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं, क्योंकि बस डिपो में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था नहीं है.
निवासियों ने कहा कि यह स्थिति उस क्षेत्र में है जो दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा के विधानसभा क्षेत्र में आता है, बावजूद इसके अब तक लाइटिंग सिस्टम दुरुस्त नहीं किया गया. लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करेंगे.
स्थानीय नागरिकों ने परिवहन विभाग से मांग की है कि बस डिपो परिसर में नए सिरे से स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएं और पुरानी खराब लाइटों को तत्काल बदला जाए, ताकि यात्रियों और कर्मचारियों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
रविवार का यह विरोध प्रदर्शन भले ही सांकेतिक था, लेकिन इसने करावल नगर बस डिपो की अंधेरी हकीकत को उजागर कर दिया है। क्षेत्रवासी अब उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी आवाज़ सरकार तक पहुंचेगी और जल्द ही डिपो परिसर रोशनी से जगमगाता दिखेगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह लोग बस डीपो को भी बंद करा कर विरोध जताने को मजबूर होंगे.
