नई दिल्ली /एम.खान /राकेश चावला:- उत्तर-पूर्वी दिल्ली के साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले एक बड़े साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 14 मोबाइल फोन, 20 सिम कार्ड, 32 बैंक डेबिट कार्ड और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं. यह गिरोह ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को ठगने का काम कर रहा था.
डीसीपी आशीष मिश्रा के अनुसार, गोपालपुरी निवासी रोहित नामक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग में ऊंचे मुनाफे का लालच देकर करीब 21.77 लाख रुपये की ठगी की गई.
शिकायत पर साइबर थाना उत्तर-पूर्व में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच में पता चला कि आरोपी खुद को एक नामी वित्तीय कंपनी का प्रतिनिधि बताकर व्हाट्सएप ग्रुप बनाते थे, जिसमें लोगों को शेयर मार्केट में निवेश के झूठे सुझाव दिए जाते थे. जब कोई व्यक्ति भरोसा कर रकम निवेश कर देता था तो आरोपी उसका अकाउंट ब्लॉक कर देते थे और और पैसे न देने पर निवेश की गई पूरी रकम जब्त करने की धमकी देते थे.
इंस्पेक्टर राहुल कुमार की देखरेख में एसआई नंदन सिंह, एचसी अमित, रोहन, अमित गहलावत और कांस्टेबल दीपक की टीम ने तकनीकी साक्ष्य जुटाकर पहले दो आरोपियों — प्रभात वाजपेयी उर्फ अमांडा और मोहम्मद अब्बास खान — को नोएडा सेक्टर-49 क्षेत्र से दबोचा.
दोनों के पास से 11 मोबाइल, 17 सिम कार्ड, 32 डेबिट कार्ड और अन्य दस्तावेज मिले। पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार करते हुए अपने साथी अर्पित मिश्रा उर्फ प्रोफेसर का नाम बताया. पुलिस ने उसके ठिकाने पर छापेमारी कर उसे सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर तीन मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किए.
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी एक ऑनलाइन फ्रॉड पर आधारित वेब सीरीज से प्रेरित होकर इस धंधे में आए थे.
फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस गिरोह के तार देश के किन-किन हिस्सों से जुड़े हैं और इनके साथ अन्य कौन लोग इस ठगी नेटवर्क में सक्रिय हैं.
