नई दिल्ली/एस.के.सिन्हा/एम.खान:- दिल्ली के मयूर विहार इलाके में चोरी की वारदात को पुलिस ने महज 48 घंटे में सुलझा लिया. यह चोरी किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं बल्कि घर के ही ड्राइवर ने की थी, जिसने अपने मालिक के भरोसे का गलत फायदा उठाया। पुलिस ने आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर उसके पास से ₹45,500 नकद बरामद किए हैं, जिनमें ₹8,000 पुराने नोट भी शामिल हैं. आरोपी ने यह वारदात तब की जब उसका मालिक इलाज के लिए अस्पताल गया हुआ था.
घटना 22 अक्टूबर की है, जब मयूर विहार फेज-1 के पॉकेट-4 में रहने वाले राजेश कुमार सिन्हा ने अपने घर से 1 लाख नकद और सोने के जेवर चोरी होने की सूचना पुलिस को दी. शिकायत पर थाना मयूर विहार में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ राजेश शुक्ला के नेतृत्व में एएसआई पंकज फोगाट और हेड कांस्टेबल राजेराम की टीम गठित की गई.
टीम ने आसपास के घरों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें एक संदिग्ध युवक को मकान में आते-जाते देखा गया.फुटेज की जांच में सामने आया कि यह व्यक्ति शिकायतकर्ता का ही ड्राइवर गौरांक उर्फ गौरव गुप्ता है, जो मालिक की मारुति डिजायर कार लेकर अस्पताल गया था और कुछ देर बाद वही कार वापस लाकर घर में लाल बैग लेकर अंदर-बाहर जाता दिखा.
तकनीकी और मानवीय निगरानी के जरिये पुलिस ने आरोपी को शाकरपुर स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में गौरव ने चोरी की बात कबूल करते हुए बताया कि वह गंभीर आर्थिक तंगी से जूझ रहा था. कर्ज और निजी खर्चों के दबाव में उसने अपने मालिक की अनुपस्थिति का फायदा उठाकर अलमारी तोड़ी और नकदी व जेवर चुरा लिए.
पुलिस ने उसके घर की तलाशी में ₹45,500 रुपये बरामद किए, जिनमें 8,000 पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट थे. शेष सोने के जेवरों की बरामदगी के लिए जांच जारी है.
25 वर्षीय गौरव गुप्ता शाकरपुर का रहने वाला है और एक ऑनलाइन ऐप के जरिए ड्राइवर की नौकरी पर रखा गया था. ग्रेजुएट होने के बावजूद वह पिछले कुछ समय से बेरोजगारी और कर्ज में फंसा हुआ था.
पूर्वी दिल्ली पुलिस ने 48 घंटे के भीतर चोरी का पर्दाफाश कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने इसे टीम की सतर्कता और तकनीकी दक्षता का परिणाम बताया है.
