एस के.सिन्हा/एम.खान
नई दिल्ली:- दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। इस बीच मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार दोपहर गीता कॉलोनी फ्लाईओवर के नीचे बनाए गए बाढ़ राहत शिविर का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और जिला प्रशासन की पूरी टीम मौजूद रही।
मुख्यमंत्री ने राहत शिविर में दिल्ली सरकार की ओर से किए गए इंतजामों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने वहां रह रहे बाढ़ पीड़ितों से बातचीत कर उनकी परेशानियों और आवश्यकताओं को समझा। खास बात यह रही कि रेखा गुप्ता ने बच्चों से मुलाकात कर उनके साथ खाना भी खाया। उन्होंने खाने की गुणवत्ता को खुद चखकर जांचा और अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पुराने लोहे के पुल के पास भी पहुंचीं और यमुना का जलस्तर देखा। उन्होंने किनारे पर डूबी हुई झुग्गी बस्तियों का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से बातचीत की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ खड़ी है और सभी को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना का जलस्तर जरूर बढ़ा है, लेकिन हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार पिछले रिकॉर्ड टूटने की संभावना नहीं है, क्योंकि हथिनीकुंड से छोड़ा गया पानी लगातार आगे की ओर बह रहा है और इसमें कोई अवरोध नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली के शहरी क्षेत्रों में पानी न घुसे, इसके लिए आवश्यक प्रबंध किए जा चुके हैं।
रेखा गुप्ता ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित इलाकों में जगह-जगह टेंट लगाए गए हैं, जिनमें रहने, भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान जो कमियां सामने आई हैं, उन्हें तत्काल दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार हरसंभव सहयोग के लिए तैयार है और हम सब मिलकर इस प्राकृतिक विपदा से निपटेंगे.