नई दिल्ली l एस.के.सिन्हा/एम.खान
डीएवी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नंबर-1 गांधी नगर में राष्ट्रीय खेल दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया गया.
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेश शर्मा, प्रबंधक गिरजेश रस्तोगी, विद्यालय प्रमुख लखीराम और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सह बौद्धिक प्रमुख सतीश शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन और मेजर ध्यानचंद के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर की.
सतीश शर्मा ने कहा कि मेजर ध्यानचंद न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए खेलों की प्रेरणा रहे हैं और उनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय है.
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता योगाचार्य राकेश शास्त्री ने मेजर ध्यानचंद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि किस तरह साधारण परिवार में जन्म लेने के बावजूद उन्होंने अपने खेल कौशल से भारत को 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाए.
उन्होंने कहा कि ध्यानचंद को खेल जगत में जादूगर की उपाधि इसलिए मिली क्योंकि उनके खेल ने पूरी दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया था.
इस अवसर पर विद्यालय प्रमुख लखीराम ने छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं और खेलों को जीवन में शामिल करने की प्रेरणा दी. उन्होंने कहा कि खेल केवल शरीर को ही नहीं बल्कि मन को भी मजबूत बनाते हैं. विद्यालय के शारीरिक शिक्षा शिक्षक हिमांशु देशवाल ने बच्चों को खेल-खेल में स्वास्थ्य के गुर बताए और विभिन्न खेलों का आयोजन कर विद्यार्थियों में उत्साह और ऊर्जा का संचार किया.
खेल दिवस के अवसर पर सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों ने संकल्प लिया कि वे स्वयं स्वस्थ रहेंगे और अपने परिवार व समाज में भी स्वास्थ्य और खेलों के प्रति जागरूकता फैलाएंगे. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने कार्यक्रम की जमकर प्रशंसा की.
कार्यक्रम के अंत में आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया.