नई दिल्ली :- राजधानी दिल्ली में बंदरों का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि अब दिल्ली नगर निगम (MCD) के दफ्तर भी इससे अछूते नहीं रहे. मामला शाहदरा साउथ जोन कार्यालय का है, जहां हाल ही में बंदरों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया.
बंदर बैठक हॉल में घुस गए और देखते ही देखते पूरे हाल को तहस-नहस कर डाला। कुर्सियों के गद्दे फाड़ दिए, महंगे माइक को चबा डाला और फर्नीचर व इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी नुकसान पहुंचाया. कर्मचारियों ने खुद को कमरों में बंद कर किसी तरह जान बचाई.
इस घटना के बाद से शाहदरा साउथ जोन में जोन कमेटी की बैठक तक प्रभावित हो गई है. बंदरों द्वारा बर्बाद किए गए हाल की मरम्मत न हो पाने के कारण पिछले एक महीने से कोई बैठक आयोजित नहीं की जा सकी है. निगम के कामकाज पर भी इसका सीधा असर पड़ा है.
कर्मचारियों का कहना है कि बंदरों का झुंड आए दिन कार्यालय में घुस आता है, फाइलें बिखेर देता है और कभी-कभी कर्मचारियों पर झपट पड़ता है। इस कारण दफ्तर में भय का माहौल बना रहता है.
स्थानीय पार्षदों और अधिकारियों ने इस मामले पर चिंता जताई है.शाहदरा साउथ जोन चेयरमैन रामकिशोर शर्मा ने इसे गंभीर लापरवाही करार दिया. उन्होंने कहा कि जिस कर्मचारी की लापरवाही से बंदर बैठक हॉल में दाखिल हुए, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.साथ ही उन्होंने निर्देश दिया है कि हॉल की मरम्मत तुरंत कराई जाए.
शर्मा ने बताया कि बंदरों से बर्बाद हुए हॉल को अब ठीक कर लिया गया है और जल्द ही जोन कमेटी की बैठक फिर से शुरू होगी
दिल्ली में बंदरों की बढ़ती संख्या और उनके हमलावर व्यवहार से लोग परेशान हैं. कर्मचारियों और स्थानीय लोगों की मांग है कि वन विभाग, नगर निगम और स्थानीय प्रशासन मिलकर इस संकट का स्थायी समाधान निकालें, ताकि जनसुरक्षा सुनिश्चित हो सके और सरकारी संपत्ति भी बचाई जा सके.