नई दिल्ली | एस.के.सिन्हा/एम.खान
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास और दयालपुर इलाके में कुछ दिनों पहले सामने आए दोहरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.जांच में सामने आया है कि पैसे के लेन-देन और शक की वजह से जीजा-साले की बेरहमी से हत्या की गई.
पहला शव मिला खजूरी खास में
उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी आशीष मिश्रा ने बताया की 11 अगस्त की सुबह खजूरी खास थाने को गली नंबर 26, सी ब्लॉक में एक युवक के शव की सूचना मिली. मौके पर पहुंची पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए और शव को पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेजा.मृतक की पहचान 33 वर्षीय राजी अहमद के रूप में हुई, जो हरकेश मार्केट, खजूरी खास का रहने वाला था. हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई.
दूसरा शव बंद रसोई से बरामद
12 अगस्त की दोपहर दयालपुर थाना क्षेत्र के न्यू चौहानपुर की माता वाली गली स्थित एक घर की बंद रसोई से एक और शव बरामद हुआ. शव की हालत सड़ी-गली थी. पोस्टमार्टम और जांच के बाद उसकी पहचान लोनी निवासी 37 वर्षीय शमी आलम के रूप में हुई. पुलिस को दोनों हत्याओं में कनेक्शन मिला क्योंकि राजी और शमी आपस में जीजा-साला थे.
कैसे खुला राज
दयालपुर पुलिस और स्पेशल स्टाफ ने जांच में सोनिया विहार निवासी 24 वर्षीय विक्की तोमर और लोनी निवासी 19 वर्षीय अशफाक को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने बताया कि पार्टी के दौरान पैसों के लेन-देन को लेकर झगड़ा हुआ और गुस्से में शमी आलम की हत्या कर दी गई। शव को रसोई में बंद कर वे भाग निकले.
वहीं खजूरी खास पुलिस ने कासिम विहार, लोनी के रहने वाले 22 वर्षीय फैजान उर्फ खाली और 25 वर्षीय मोहम्मद मसूम उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया. उन्होंने कबूला कि शमी आलम की हत्या के बाद उन्हें डर था कि राजी पुलिस को सच बता देगा, इसलिए उसकी भी हत्या कर दी.
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि दोनों घटनास्थलों से फॉरेंसिक टीम की मदद से अहम सबूत जुटाए गए हैं. चारों आरोपियों से पूछताछ जारी है और आगे की कड़ियों की जांच की जा रही है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही पूरे केस का चार्जशीट तैयार किया जाएगा.