नई दिल्ली:-
पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में स्वतंत्रता दिवस की शाम हुए हादसे ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया. इलाके में सात साल का बच्चा पतंग पकड़ने के प्रयास में संतुलन खोकर नाले में जा गिरा. रातभर पुलिस, दमकल और जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीमें तलाश में जुटीं, लेकिन अंधेरा बढ़ने के कारण ऑपरेशन रोकना पड़ा.
शनिवार सुबह होते ही बचाव अभियान दोबारा शुरू किया गया. घंटों की मशक्कत के बाद बच्चे का शव नाले से बरामद हुआ और उसे पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेजा गया. वेलकम थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
इस घटना ने राजधानी की सुरक्षा और नालों की व्यवस्था को लेकर फिर से गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं.
दिल्ली प्रदेश आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने हादसे को लेकर सरकार पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली में छोटे-छोटे बच्चे नाले और सीवर में गिरकर अपनी जान गंवा रहे हैं, लेकिन किसी जिम्मेदार पर कार्रवाई नहीं होती. उनके अनुसार हर बार प्रशासन महज़ औपचारिकता निभाकर मामले को दबा देता है.
इलाके के निवासियों का भी कहना है कि नालों पर सुरक्षा ढक्कन नहीं हैं और सफाई व्यवस्था केवल कागज़ों में चलती है. लोगों ने आरोप लगाया कि बरसात के दिनों में नाले और ज्यादा खतरनाक हो जाते हैं, लेकिन नगर निगम और प्रशासन समय पर ध्यान नहीं देते.
मासूम की मौत से पूरे इलाके में गुस्सा और गहरा दुख है. स्थानीय नागरिक प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि सभी खुले नालों को ढका जाए और सफाई व्यवस्था दुरुस्त की जाए ताकि इस तरह की दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों.
सीलमपुर विधायक चौधरी जुबेर अहमद ने भी इस हादसे पर सवाल उठाया है उनका कहना है कि शुक्रवार शाम 5:00 बजे बच्चा नाले में गिर गया लेकिन उसे ढूंढने में 12 घंटे से भी ज्यादा वक्त लगा रात में अंधेरा होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन को बंद करना पड़ा जो की व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है.
