एस.के.सिन्हा/एम.खान
नई दिल्ली:-
दिल्ली में छठ महापर्व को लेकर राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है. भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश के पूर्वांचल मोर्चा के उपाध्यक्ष आनंद त्रिवेदी ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर यमुना तट पर अटल छठ घाट के निर्माण की मांग की है. यह घाट दूसरा पुस्ता सोनिया विहार से तीसरा पुस्ता सोनिया विहार के बीच स्थित क्षेत्र में बनाने की मांग रखी गई है.
पत्र में कहा गया है कि छठ महापर्व के अवसर पर हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु यमुना किनारे पहुंचते हैं.इस दौरान भक्तों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योंकि पर्याप्त और व्यवस्थित घाटों की सुविधा उपलब्ध नहीं है. त्रिवेदी का कहना है कि यदि यमुना पर स्थायी रूप से अटल घाट विकसित कर दिया जाए तो श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी और साथ ही पर्यटक दृष्टि से भी इस क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.
आनंद त्रिवेदी का बयान
आनंद त्रिवेदी ने कहा, “छठ पूजा केवल पूर्वांचल समाज का नहीं बल्कि पूरे देश का आस्था पर्व है. हर साल लाखों लोग यमुना किनारे आकर पूजा-अर्चना करते हैं, लेकिन व्यवस्थाओं की कमी लोगों के लिए कठिनाई खड़ी करती है.हमारी मांग है कि सरकार इस घाट को अटल छठ घाट के रूप में विकसित करे, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से पूजा कर सकें.
यह कदम सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा और पर्यटन को भी बढ़ावा देगा.”
जनता की राय
स्थानीय निवासी अजय कुमार का कहना है कि छठ के समय यमुना किनारे भीड़ इतनी बढ़ जाती है कि लोगों को खड़े होने तक की जगह नहीं मिलती. अगर स्थायी घाट बनेगा तो भक्तों को सुविधा के साथ-साथ सुरक्षा भी मिलेगी. वहीं पूजा के लिए आने वाली महिलाओं का कहना है कि अस्थायी घाटों पर सफाई और रोशनी की समस्या बनी रहती है, जिसे अटल घाट बनने से दूर किया जा सकेगा.
अटल घाट की मांग से साफ है कि दिल्ली में पूर्वांचल समाज की बढ़ती आबादी और उनकी धार्मिक भावनाओं को देखते हुए स्थायी समाधान की ज़रूरत है.अब देखना यह होगा कि दिल्ली सरकार इस मांग पर कब तक ठोस कदम उठाती है.